Pintu Ki Pappi Movie Review: A Hilarious and Heartwarming Romantic Comedy – Bolly4u Review

21 मार्च 2025 को रिलीज़ हुई Pintu Ki Pappi एक रोमांटिक कॉमेडी फिल्म है, जो एक नई और अनोखी कहानी के साथ दर्शकों के बीच आई है। फिल्म का निर्देशन शिव हरे ने किया है और इसमें सुशांत थामके (पिंटू), जान्या जोशी (पप्पी), विधि यादव, गणेश आचार्य, विजय राज, मुरली शर्मा और अली असगर मुख्य भूमिकाओं में हैं।

कहानी: एक अनोखी रोमांटिक कॉमेडी की पेशकश

फिल्म की कहानी पिंटू (सुशांत थामके) नामक युवक पर आधारित है, जिसके जीवन में एक अजीब समस्या है: जब भी वह किसी लड़की को किस करता है, वह जल्द ही किसी और से शादी कर लेती है। इस विचित्र स्थिति का फायदा उठाते हुए, पिंटू अपने मामा (गणेश आचार्य) के साथ मिलकर ‘शादी पक्की’ नामक मैरिज ब्यूरो शुरू करता है, जहां पिंटू अपनी ‘खास’ प्रतिभा का उपयोग करता है, पिंटू के चुंबन से लड़कियों की शादी पक्की हो जाती है।

मामला तब पेचीदा हो जाता है जब पिंटू खुद प्रेर्णा उर्फ पप्पी (जान्या जोशी) से प्यार करने लगता है, जो उनके क्लाइंट्स में से एक है, और खुद एक दूल्हे की तलाश में है। अब पिंटू के सामने चुनौती है कि वह अपने ‘श्राप’ को कैसे संभाले और अपने प्यार को कैसे पाए। ​​

कलाकारों का प्रदर्शन

  • सुशांत थामके (पिंटू): एक नए अभिनेता होने के बावजूद, सुशांत ने पिंटू के किरदार में अपनी मासूमियत और चुलबुलेपन को सहजता और आत्मविश्वास के साथ बखूबी निभाया है, लेकिन कहीं-कहीं उनकी परफॉर्मेंस में नयापन की कमी महसूस होती है।​
  • जान्या जोशी (पप्पी): जान्या ने पप्पी के किरदार में अपनी सादगी और आकर्षण से दर्शकों का दिल जीतने की कोशिश की है।​
  • गणेश आचार्य (मामा): गणेश आचार्य ने मामा के किरदार में कॉमिक टाइमिंग दिखाई है, लेकिन कुछ जगहों पर ओवरएक्टिंग दिखती है।​
  • विजय राज (जग्गू दादा): एक गैंगस्टर के रूप में उनकी भूमिका छोटी लेकिन प्रभावशाली है, विजय राज ने अपने किरदार में मालवी लहजे और अनोखे अंदाज में है, जो दर्शकों को हंसाने में कामयाब होते है।​
Pintu Ki Pappi Movie Review

निर्देशन और पटकथा

निर्देशक शिव हरे ने एक अनोखी कहानी पेश करने की भरपूर कोशिश की है, लेकिन पटकथा कई जगहों पर कमजोर नजर आती है। कमजोर कहानी के कारण यह प्रभाव छोड़ने में असफल रही। ​ हालांकि, कुछ हास्य सीन और डयलॉग ठीक है जो दर्शकों को हंसाने में सफल होते हैं।

संगीत और सिनेमेटोग्राफी

फिल्म का संगीत नितिन अरोड़ा ने दिया है, जो कहानी के साथ मेल खाता है। हालांकि, फिल्म का संगीत औसत है, जिसमें कुछ गाने (देसी बंदा) यादगार हैं। गाने फिल्म की गति को धीमा करते हैं। ​अजय पांडे की सिनेमेटोग्राफी फिल्म को एक ताजगी भरा लुक देती है, जो कहानी के मूड के साथ मेल खाती है। ​

Pintu Ki Pappi Movie समीक्षाएं

फिल्म को मिश्रित समीक्षाएं मिली हैं। टाइम्स ऑफ इंडिया ने इसे 2/5 स्टार देते हुए कहा कि फिल्म की कहानी में कुछ मजेदार पल हैं, लेकिन ओवरएक्टिंग कैरेक्टर्स और अव्यवस्थित कहानी के कारण यह प्रभावित करने में असफल रहती है। वहीं, फर्स्टपोस्ट ने इसे 3/5 स्टार देते हुए इसे एक संपूर्ण पारिवारिक मनोरंजनकर्ता बताया है। और भी मूवी रिव्यु देखे।

निष्कर्ष

Pintu Ki Pappi Movie एक अनोखी कहानी पर आधारित है, लेकिन पटकथा और निर्देशन में कुछ कमजोरियों के कारण यह पूरी तरह से प्रभाव छोड़ने में असफल रहती है। फिर भी, नए एक्टर्स का प्रदर्शन और कुछ कॉमेडी सीन इसे एक बार देखने लायक बनाते हैं। यदि आप हल्की-फुल्की कॉमेडी और नए चेहरों की एक्टिंग देखना चाहते हैं, तो यह फिल्म एक बार देखी जा सकती है।​

रेटिंग: 2.5/5

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